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Toggleवेट लॉस प्लेटो(Weight Loss Plateau) क्यों होता है:
डायटीशियन संजीव जोशी बताते हैं की वजन कम करने में रुकावट (Weight Loss Plateau) एक सामान्य घटना है। जब आप वजन कम करते हैं, तो आपका शरीर ऊर्जा का अधिक कुशलता से उपयोग करने लगता है। आपकी बॉडी आपकी नई स्वस्थ आदतों के अनुकूल हो जाती है. पहले कारगर रहे वर्कआउट और डाइट प्लान अब उतना असर नहीं दिखाते। इसके अलावा, मेटाबॉलिक एडाप्टेशन, हार्मोनल उतार-चढ़ाव, गलत लाइफस्टाइल और यहां तक कि मनोवैज्ञानिक कारक भी रुकावटों का कारण बन सकते हैं।
वेट लॉस प्लेटो के कारण
वेट लॉस प्लेटो के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- कैलोरी काउंट: जैसे-जैसे आप वजन कम करते हैं, आपके शरीर को कम कैलोरी की आवश्यकता होती है। यदि आप अपनी कैलोरी काउंट को कम नहीं करते हैं, तो आप वजन कम करना बंद कर सकते हैं।
- मेटाबॉलिक एडाप्टेशन: जब आप वजन कम करते हैं, तो आपका मेटाबॉलिक रेट धीमा हो सकता है, जिसके कारण आप कम कैलोरी बर्न करते हैं।
- हार्मोनल बदलाव: हार्मोनल बदलाव, जैसे कि थायरॉइड हार्मोन में कमी, वजन कम करने में मुश्किल पैदा कर सकते हैं।
- गलत लाइफस्टाइल: पर्याप्त नींद न लेना, तनाव, और शारीरिक गतिविधि की कमी भी वेट लॉस प्लेटो का कारण बन सकती है।
हालांकि, निराश होने की जरूरत नहीं है! यहाँ हम आपको कुछ सरल उपाय (Easy Tips) बता रहे हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं:
वेट लॉस प्लेटो(Weight Loss Plateau): कुछ सरल उपाय
1. कैलोरी काउंट में थोड़ा बदलाव करें:
- जैसे-जैसे आपका वजन कम होता है, आपका शरीर कम कैलोरी पर चलना सीख जाता है।
- अपने वर्तमान कैलोरी सेवन का पुनर्मूल्यांकन करें और एक पंजीकृत आहार विशेषज्ञ (Registered Dietitian) की सहायता से इसे थोड़ा कम करने पर विचार करें।
2. अपने वर्कआउट को चुनौतीपूर्ण बनाएं:
- अलग-अलग तरह की कसरतों को शामिल करें, जैसे कार्डियो, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, या हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT)।
वर्कआउट की अवधि या तीव्रता बढ़ाकर अपनी मांसपेशियों को नई चुनौती दें।
3. स्ट्रेंथ ट्रेनिंग या वेट ट्रेनिंग पर ध्यान दें:
मांसपेशियां ज्यादा कैलोरी बर्न करती हैं और वजन कम करते समय मांसपेशियों को बनाए रखने में भी मदद करती हैं।
हफ्ते में 2-3 बार स्ट्रेंथ ट्रेनिंग या वेट ट्रेनिंग करने का लक्ष्य रखें।
4. माइंडफुल ईटिंग:
- तेजी से खाने की आदत के कारण व्यक्ति अधिक भोजन करता है।
- भोजन को धीरे-धीरे चबाकर खाएं। इससे जल्दी पेट भरता है और अधिक भोजन करने की इच्छा नहीं होती है।
- भोजन करते समय टीवी, कंप्यूटर और मोबाइल बंद कर रखें। खाते समय सिर्फ भोजन पर फोकस करें।
5. हाइड्रेटेड रहें:
- कभी-कभी प्यास को भूख समझ लिया जाता है।
- पूरे दिन भर पानी पीकर खुद को हाइड्रेटेड रखें।
6. तनाव प्रबंधित करें:
- उच्च तनाव का स्तर वजन घटाने के प्रयासों को प्रभावित कर सकता है।
- ध्यान, योग या गहरी सांस लेने के व्यायाम जैसी तनाव कम करने वाली तकनीकों का अभ्यास करें।
7. पर्याप्त नींद लेना:
- व्यायाम और संतुलित आहार की तरह, पर्याप्त नींद लेना भी बहुत महत्पूर्ण है।
- पर्याप्त नींद अतिरिक्त वजन बढ़ने, हृदय रोग और पुरानी बीमारी को रोकने में भी मदद कर सकती है।
8. डाइटिशियन से सलाह लें:
किसी प्रोफेशनल, जैसे कि एक रजिस्टर्ड डाइटिशियन से संपर्क करने में संकोच न करें, जो आपकी विशिष्ट जरूरतों के अनुरूप व्यक्तिगत मार्गदर्शन और सहायता प्रदान कर सकता है।
9. अतिरिक्त सुझाव:
- खाने की डायरी रखें: यह ट्रैक करने में आपकी मदद कर सकता है कि आप क्या खा रहे हैं और कब, और छिपे हुए कारणों को खत्म कर सकता है।
- अपने प्रोटीन सेवन को बढ़ाएं: प्रोटीन अधिक पेट भरने वाला होता है और मांसपेशियों के निर्माण में सहायक होता है
- अधिक फाइबर खाएं: फाइबर घुलनशील होता है और आपको अधिक समय तक भरा हुआ महसूस करने में मदद कर सकता है
- धैर्य रखें: वजन कम करने में समय लगता है, इसलिए धैर्य रखें और हार न मानें।
- सकारात्मक सोच रखें: अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें और सकारात्मक रहें।
निष्कर्ष:
वजन कम करने से परे जाएं और अपना ध्यान समग्र स्वास्थ्य पर लगाएं। जीवनशैली में बदलाव जैसे बहुत सारा पानी पीना, कार्ब्स में कटौती करना और पर्याप्त सब्ज़ियों का सेवन करना, अपने कैलोरी सेवन को थोड़ा कम करना, अपनी कसरत की दिनचर्या में बदलाव करना, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग पर ध्यान देना, माइंडफुल ईटिंग का अभ्यास करना, तनाव प्रबंधन करना, पर्याप्त नींद लेना और किसी आहार विशेषज्ञ(Dietician) से सलाह ले